0
Другие записи за это число:
2022/01/10 - Dao De Ching Hindi 2nd verse Nafish Ansari
2022/01/10_1 - Dao De Ching Hindi 1st verse Shruti Gupta
2022/01/10_2 - мрак и мракобесие — близнецы братья
2022/01/10_3 - Dao De Ching Hindi 1-2 verses Vaibhav Jain
2022/01/10_4 - Dao De Ching Hindi 2nd-3rd verses Sahithi Vivek
2022/01/10_6 - Dao De Ching Hindi 1st verse Prasad Chaubey
2022/01/10_7 - Dao De Ching Hindi Sushmita Singh Rathor
2022/01/10_8 - Dao De Ching Hindi 1st 2nd verses Pushpendra Rajput
2022/01/10_9 - из-за конфликтности приматов блядь врожденной
<< предыдущая заметкаследующая заметка >>
10 января 2022
Dao De Ching Hindi 1st-2nd verses Ashish Dhabale + test

Please Dear Ashish, allow me in Your Proposal to test some things, please approve them,
some things in trying do the best in providing Dao and De, महत्वपूर्ण-दिलचस्प, max info, for success
Please direct me correct me if where may be i am stupid or corrupt
— "है" — universal truth — OMG, 2nd row of 1st verse in Hebrew initially was «words words words are lie lie lie» so "है" may be can omit or substitute by universal महत्वपूर्ण-दिलचस्प really also will be omitted to keep system bloat free
— If i learned correct, Hindi writing system is Devanagari?
— OMG i translated «understand» in English from English as «equalstand»
but... why not comprehend:)
— verbatim vs not verbatim
— general meaning vs specific meaning
— poetry vs not poetry — ok can be semi poetry or some places poetry some places not poetry
opaque — semi transparent — transparent
true — semi fake — fake

दाओ के अनुसार अस्तित्व की महत्वपूर्ण-दिलचस्प परिभाषा शब्दों में संभव नहीं
वह तो केवल महत्वपूर्ण-दिलचस्प विफलता की ओर व्यर्थ प्रयास मात्र होगा

स्वर्ग और पृथ्वी के रहस्य का कोई नाम नहीं
जिसे नाम दिया जाए वह शब्दों में बंध जाता महत्वपूर्ण-दिलचस्प
परंतु पदार्थ का कोई भी सार और उसका कोई भी नाम
दोनों ही एक ही सत्य की उत्पत्ति महत्वपूर्ण-दिलचस्प

हमारी वासनाएं ही केवल हमें महत्वपूर्ण-दिलचस्प संतुलित होने से रोकती
केवल जो इच्छा से रहित है, केवल वह ही सार समझ पाता
जो मार्ग शब्दों के जंजाल से होकर उस एक परम तत्व की ओर जाता महत्वपूर्ण-दिलचस्प
वह माया के इन असंख्य रूपों के बिच ही छुपा

अच्छाई और बुराई यह केवल महत्वपूर्ण-दिलचस्प परिभाषाएं
किसी को नाम दे कर हम उसे कुछ आयाम देते
सुंदरता का महत्वपूर्ण-दिलचस्प अस्तित्व कुरूपता से उसकी तुलना पर आधारित
जीवन के अभाव को ही हम मृत्यु कहते
एक दूसरे के महत्वपूर्ण-दिलचस्प संबंधमे हम किसी को लंबा और किसी को छोटा कहते
गहराई में गिरने पर ही ऊँचा उठ पाना संभव
एक तार की ध्वनि उठाने के लिए ण्क दुसरे ध्वनि की आवश्यक्ता होती
भविष्य, वर्तमान और भूतकाल एक दुसरे के पश्चात ही आते महत्वपूर्ण-दिलचस्प

इसलिए ऋषी अकर्म करता है, वह महत्वपूर्ण-दिलचस्प कर्ता नही बनता
उसकी शिक्षा मौन होती है और उसके स्वाध्याय मे शब्द नही होते महत्वपूर्ण-दिलचस्प
वह निर्माण करता है किंतु स्वामित्व नहीं लेता महत्वपूर्ण-दिलचस्प
किसी की मदद के बिना ही बार बार गति उत्पन्न करता
प्रयास किये बिना ही वह परिवर्तन करता
परिपूर्ण एवं सफलता में वह अभियान से मुक्त रहता महत्वपूर्ण-दिलचस्प
ऐसा करके वह स्वयं के लिये आदर एवं प्रेम नहीं खोता महत्वपूर्ण-दिलचस्प

<< предыдущая заметка следующая заметка >>
Оставить комментарий