अस्तित्व की व्याख्या कैसे करे — Dao way शब्दो के साथ
" बस व्यर्थ प्रयास और असफलता,
नामहीन है स्वर्ग और पृथ्वी का रहस्य,
जो नाम दिया गया है वह शब्दो के ढाँचे मे बंद है।
लेकिन मामले का कोई भी सार हो,
या जो भी नाम हो,
दोनो बीज सत्य के ही दाने है।
केवल इच्छाएँ जुनून हमे बराबरी करना कठिन बना देती है,
जो जोश से मुक्त है, वही सार को समझता है।
अलग-अलग तरह की अभिव्यक्तियो के बीच छिपा हुआ यहाँ चमत्कार का एक तरीका है,
कहावतो से लेकर सार तक।
2) क्या अच्छा है या बुरा: सिर्फ परिभाषा मायने रखती है,
हम कुछ नाम देते है इसलिये हम इसे आयाम देते है।
केवल कुरूप की तुलना के साथ सुंदर का अस्तित्व मौजूद है,
हम मृत्यु को जीवन नही समझते है,
रिश्ते मे हम बडे और छोटे देखते है,
उच्च खोजने की चाह मे गहराई मे गिरते है,
तार बजाने के लिये ध्वनि को दूसरी ध्वनि की आवश्यकता होती है,
एक के बाद एक आता है,
भविष्य, वर्तमान और अतीत।
इसलिये साधु कार्य नही करता, कर्म नही करता
उनका शिक्षण मौन और बिना शब्दो के,
उनकी शिक्षाएँ बनाती है और स्वामित्व का पीछा नही करती।
बिना सहायता के गति बनाता है फिर से, फिर से
सहजता मे परिवर्तनो को जन्म देता है,
और पूर्णता और पूर्ति मे, गर्व से मुक्त
स्वयं के लिये प्रेम और सम्मान नही खोते ।
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